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Pitra Gayatri Mantra in Hindi
- ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।
- ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्।
- ओम् देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च । नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:।।
ऊपर दिएगाए किसी भी एक मंत्रका जाप आप रोज़ कर सकते हैं। यह मंत्र जाप करने से पितृ लोक पर बाद करते हौवे हमारे पितृ पुरुष प्रसन्न होते हैं। और बंश बृद्धि, आयुर्बृद्धि, धन बृद्धि की अशिरबाद देते हैं। जिस अशिरबाद के बदोलत इंसान एक सुखिमई और खुशाली जीबन जी सकता है।

बिधी
- हर रोज़ ब्रह्म मुहूर्त पर उठकर स्नान कारले ।
- उसस्के बाद 108 बार मटा गायत्री मंत्र का जाप कारले। और दसांस हाबन कारले।
- अगर हाबन नेही कर सकते तो फिर 2 माला यानिकी 108 *2 बार जाप कारले।
- उसस्के बाद अपने गुरुको स्मरण करके घर पर पुजा कारले। पुजा सम्पन्न होइनेके बाद पितृ गायत्री मंत्र का जाप करें।
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